समस्त गुरुजन को समर्पित...
(आपका जलाया हुआ दीप आज जगमगा रहा है गुरुजन)..
है गुरुजन को सत-सत नमन,
प्रज्वलित हुआ है जिनके लौ से,
दृष्टिकोण और अंतर्मन.है गुरुजन को सत-सत नमन.
हाथ थामकर राह दिखाई,
शीर्षलम्ब उद्देश्य दिया,
इत्र-उत्र-सर्वत्र हे गुरुजन,
जीवन को सर्वोच्च किया.
दिया है इन नयनों को तुमने,
दूरदृष्टि का अंजन.
है गुरुजन को सत-सत नमन.
तुम मात-पिता, तुम सखा समान,
हे गुरुजन तुम, प्रेरितिक महान,
देवत्वारोपण तन-मन से,
तुम इश्वर हो, तुम भगवान.
सर्व सफलता तुमको अर्पण,कहे "सुरेश" यह सत्य कथन.
है गुरुजन को सत-सत नमन.
सुरेश कुमार
०५/०९/२०११
4 comments:
sundar prstuti.... happy teacgherday...
sundar bhaav aur lekhan, shikshak diwas ki shubhkaamnaayen.
बहुत सुन्दर...बधाई
सार्थक रचना .....शिक्षक दिवस की बधाई
Post a Comment